आज हम लोग जानेंगे की म्यूच्यूअल फंड क्या होता है या कैसे काम करता है हम लोग इसमें निवेश करें या नहीं करें कैसे निवेश करें इन सभी बातों को इस पोस्ट में ध्यान रखा जाएगा यह पोस्ट म्यूच्यूअल फंड के सभी तरह के नियमों को आज उजागर करके आपके सामने रख देगा तो चलिए शुरू करते हैं की म्यूच्यूअल फंड क्या होता है और इसकी मदद से कैसे करोड़ों रुपया कमाया जा सकता है लोग इसकी सहायता से कैसे अमीर बनते जा रहे हैं।

म्यूचुअल फंड क्या होता है , What is Mutual fund in Hindi 

म्यूचुअल फंड क्या होता है ।

म्यूच्यूअल फंड ऐसा कंपनी है जो विभिन्न लोगों का पैसा एक जगह एकत्रित करता है तथा उसे वे किसी दूसरे फाइनेंसियल कंपनी ने निवेश करती है और उसे अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करके विभिन्न लोगों द्वारा एकत्र किए गए पैसा को वापस लौटती है,

इसमें बहुत सारे रिक्स होते हैं जिसे लोग सोच समझकर म्यूचुअल फंड में अपना पैसा निवेश करता है, म्यूच्यूअल फंड का अर्थ आसान शब्दों में कहे तो इसका अर्थ संग्रह करना होता है,

किसी भी फंड को अधिक से अधिक संख्या में संग्रह करना जिसमें विभिन्न प्रकार के व्यक्ति अपना पैसा म्यूचुअल फंड में जमा करता है तथा म्यूच्यूअल फंड का एक विशेष ध्यान होता है कि लोगों के द्वारा एकत्रित किए गए पैसों को अलग-अलग फाइनेंसियल कंपनी में जमा करके इस्तेमाल करना तथा इसमें लगाया गया पैसे को अधिक से अधिक मुनाफा दिलाना इसी क्रम में म्यूच्यूअल फंड कार्य करते रहते हैं तथा वह ऐसी कंपनी की तलाश करते रहते हैं जिसमें अधिक से अधिक लाभ एकत्रित हो सके और ग्राहक को दूसरों की अपेक्षा अधिक से अधिक मुनाफा दे सकें

म्यूचुअल फंड का इतिहास  History of mutual fund in Hindi 

भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा भारतीय यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया के गठन के साथ म्यूच्यूअल फंड का उद्योग 1963 में लगाया गया था यूटीआई एक बहुत बड़ी संस्था है जिसके संयोग से कोई भी वित्तीय संस्था का निर्माण किया जाता है म्यूच्यूअल फंड का मुख्य उद्देश्य छोटे एवं बड़े निवेशकों को अपनी और आकर्षित करना तथा निवेश से संबंधित छोटे और बड़े व्यापारियों को अवगत कराना है,

यूटीआई का गठन 1963 में किया गया था इसकी स्थापना का श्रेय भारतीय रिजर्व बैंक को दिया जाता है सबसे पहले यूटीआई के गठन के बाद यह आरबीआई के अंतर्गत कार्य करना प्रारंभ किया फिर 1978 में यूटीआई को भारतीय रिजर्व बैंक से अलग कर दिया गया इसके देखरेख का जिम्मा भारतीय औद्योगिक विकास बैंक आईडीबीआई विनियामक और प्रशासनिक नियंत्रण  को दिया गया । और भारतीय म्यूच्यूअल फंड यूटीआई के आधीन होकर कार्य करना प्रारंभ किया।

म्यूच्यूअल फंड का विकास कई चरणों में प्रारंभ हुआ

पहला चरण 1964 से 1987 तक रहा जिसमें यूटीआई के पास 6700 करोड़ का फंड पहुंच चुका था।

म्यूच्यूअल फंड का दूसरा चरण 

1987- 1993 से प्रारंभ हुआ जिसमें पब्लिक के लिए यह सुविधा उपलब्ध कराई गई और  इसलिए बैंकों को बहुत सारे म्यूच्यूअल फंड बनाने की अनुमति दी गई,

इसके बाद mutual fund का तीसरा चरण प्रारंभ हुआ 

तीसरा चरण में भारतीय रिजर्व बैंक ने नन यूटीआई को प्रारंभ किया उस समय यूटीआई के पास कुल फंड 47000 करोड़ हो गया नानी यूटीआई को प्रारंभ करने के बाद म्यूचुअल फंड में काफी उत्साहित देखने को मिला लोगों को इसके बारे में थोड़ा बहुत ज्ञान हो गया था तीसरा चरण का शुरुआत 1993 से लेकर 2003 तक चला इस चरण में private company को मंजूरी दी गई इसी चरण में म्यूच्यूअल फंड के ज्यादा से ज्यादा विकल्प दिखाई दिया यह चरण बहुत ही महत्वपूर्ण रहा,

म्यूच्यूअल फंड का चौथा चरण 2003 से शुरू हुआ 2003 में यूटीआई को दो भागों में बांट दिया गया

SUUTI Mutual funds

UTI Mutual funds

भारतीय म्यूच्यूअल फंड अब SEBI MF के अंदर काम  करने लगे । भारतीय म्यूच्यूअल फंड मैं निवेशकों की संख्या लगभग 6 करोड़ के ऊपर पहुंच चुका था और हर वर्ष करीब करोड़ों निवेशक इनसे जुड़े रहे थे यह म्यूच्यूअल फंड के लिए बहुत ही सुनहरा मौका था जिसमें अधिक से अधिक संख्या में लोगों को इसके प्रति विश्वास होने लगा और वह एक-एक करके इन से जुड़ने लगे।

म्यूचुअल फंड में SEBI का क्या काम होता है।

SEBI (Security Exchange Board of India)

SEBI के द्वारा म्यूच्यूअल फंड का रजिस्ट्रेशन किया गया जोकि पूरे भारत के बाजार को नियंत्रित करता है निवेशकों के पैसे को सुरक्षित रखने के लिए सेबी का काम भूमिका होता है सेबी के द्वारा यह सुनिश्चित किया जाता है कि कोई भी फाइनेंशयल कंपनी किसी निवेशक को धोखा नहीं देगा तथा वह समय-समय पर उनकी जांच एजेंसियों के द्वारा जांच चलाता रहता है आज के समय में म्यूच्यूअल फंड बिल्कुल आसान हो गया 

आप 100 रुपैया से भी इसमें निवेश कर सकते हैं आपके मन के मुताबिक म्यूच्यूअल फंड के टर्म एंड कंडीशन के अनुसार इसमें निवेश कर सकते हैं म्यूच्यूअल फंड छोटे से छोटे व्यापारी को लेकर बड़े से बड़े व्यापारी के लिए तथा आम लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है 

इसमें कोई भी व्यक्ति निवेश कर सकता है आप चाहे ₹1 से स्टार्ट कर कर सकते हैं आज भारतीय बाजार में म्यूच्यूअल फंड का विस्तार दिन प्रतिदिन काफी बढ़ता जा रहा है इसलिए पैसे डूब सकता है अगर आप गलत निवेशक को हायर करेंगे तो आपका पैसा डूबेगा निवेश करने से पहले आपको इसके बारे में निवेशकों से पूरी तरह जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए तथा समय-समय पर इनका ध्यान भी रखना चाहिए।

म्यूच्यूअल फंड के प्रकार 

म्यूच्यूअल फंड को दो भागों में बांटा गया है। 

संरचना के आधार पर

open mutual fund 

म्यूचुअल फंड्स open ended mutual fund मे किसी भी समय शेयर को बेच या  खरीद सकते हैं , open Indian mutual fund में आपको शेयर खरीदने या बेचने के लिए कोई निश्चित समय नहीं दिया जाता है आप इसमें अपने पसंद के मुताबिक किसी को भी शेयर बेच सकते हैं और उस से खरीद सकते हैं समय की कोई पाबंदी नहीं होती है।

closed mutual fund 

क्लोज म्यूचुअल फंड में एक निर्धारित समय का चयन करना होता है इसमें आप शेर को समय के अनुसार बेच या  खरीद सकते हैं बाद में ऑफिस क इस्तेमाल शेयर मार्केट नियर मी कर सकते हैं यह म्यूच्यूअल फंड निर्धारित समय पूरा होने पर ही आपको इसमें छेड़छाड़ करने की अनुमति दी जाती है।

Interval funds 

इस Mutual फंड में close mutual funds और open mutual funds का संग्रह होता है इसमें दोनों म्यूच्यूअल फंड का सुविधा प्रदान किया जाता है। इस फंड्स में ट्रेडिंग की भी सुविधा दी जाती है।

asset के आधार पर 

Debt mutual fund 

इस प्रकार के फंड में जोखिम बहुत कम होता है इसमें सरकारी ब्रांड तथा निश्चित ब्रांड में निवेश किया जाता है जो कि बिल्कुल सुरक्षित होता है इसमें आपके पैसे डूबते नहीं है या बिल्कुल सुरक्षित होता है।

Money market mutual funds 

इस प्रकार के फंड में सुरक्षित जगहों पर निवेश किया जाता है तथा इसमें रिटर्न्स मिलने के संभावना अधिक होती हैं ।

Equity funds 

इस प्रकार के फंड में जोखिम बहुत अधिक होता है तथा इसमें लाभ भी बहुत अधिक होता है यह फंड्स दीर्घकालीन समय के लिए लगाया जाता है या जोखिम भरा फंड है । लेकिन इसमें मुनाफा दूसरे फंड्स के मुकाबले काफी अधिक होता है । 

Liquid mutual funds 

इस प्रकार के मैचुअल फंड में जोखिम बहुत कम होता है और इस फंड में आप कम समय के लिए इसका चयन कर सकते हैं यदि आप कम समय पर निवेश करना चाहते हैं तो लिक्विड फंड बहुत अच्छा विकल्प है।

balance mutual fund 

इस प्रकार के फंड्स में आई को स्थिरता प्रदान करता है और लाभ को भी बहुत अधिक गति प्रदान करता है यह फंड इक्विटी फंड और डेबिट फंड का संयोग होता है इस विश्व फंड में निवेशक को इन दोनों जगह पैसे निवेश करने का विकल्प दिया जाता है । 

Solution Oriented mutual funds 

इस प्रकार के फंड मे आपको 5 वर्ष तक निवेश कर सकते हैं साथ ही इस प्रकार के फंड्स मे शिक्षा रिटरीमेंट इसी तरह फिक्स क्षेत्र मे फायदा दिया जाता है । 

म्यूच्यूअल फंड कैसे खरीदें 

भारतीय म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने के लिए दो तरह के सुविधा उपलब्ध कराया जाता है आप चाहे तो ऑनलाइन घर बैठे बैठे म्यूचुअल फंड खरीद सकते हैं या फिर आप ऑफलाइन खरीद सकते हैं 

आप जिस भी कंपनी में पैसा इन्वेस्ट करना चाहते हैं उसके बारे में जानकारी उसके ऑफिशियल वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं और ऑनलाइन म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं ऑफलाइन निवेश करने के लिए  एजेंट के माध्यम से म्यूच्यूअल फंड खरीद सकते हैं एजेंट आपको अपने कंपनी जिस कंपनी में वह काम करता है के बारे में हो सकता है गलत भी बताएं लेकिन आप उसके बारे में पूरी तरह जानकारी ले लेने के बाद ही म्यूच्यूअल फंड खरीदें आप चाहे तो ऑनलाइन grow app  के माध्यम से म्यूच्यूअल फंड खरीद सकते है ।

म्यूचुअल फंड मे पैसे डूबते का रिस्क कितना रहता है ?

म्यूचुअल फंड में निवेश करने से आपको प्रॉफिट के साथ पैसा डूबने का भी खतरा रहता है लेकिन इसमें खतरा बहुत कम होता है क्योंकि इसमें बहुत व्यक्ति निवेश करते हैं यदि कोई खतरा होता है तो सभी व्यक्तियों के बीच निवेश को समान भागों में बांटा जाता है जिससे निवेशकों का पैसा डूबने का खतरा कुछ हद तक कम हो जाता है फिर भी म्यूच्यूअल फंड भारतीय बाजार के जोखिमों के आधीन आता है। म्यूचुअल फंड में निवेश करने मैं उतना खतरा नहीं है जितना डायरेक्ट आप शयर मार्केट में निवेश करते हैं यहां उसके मुकाबले बहुत कम खतरा रहता है।

म्यूचुअल फंड में रिटर्न कितना मिलता है। 

म्यूच्यूअल फंड की बात की जाए तो आपको यहां 35 से 40 % तक return मिल सकता है लेकिन आपको बता दें कि म्यूचुअल फंड में जितना ज्यादा रिटर्न मिलता है उतना ज्यादा रिस्क भी होता है जितना कम रिटर्न मिलता है उतना रिक्स भी कम होता है।

म्यूच्यूअल फंड कैसे काम करता है।

भारतीय म्यूच्यूअल फंड में जितने भी कंपनी है यह सभी asset management company  ke अंतर्गत आता है इन सभी कंपनी का एक अपना अलग फंड होता है इस फंड में निवेशकों को एक स्कीम के तहत पैसे जमा करने होते है,

जब म्यूचुअल फंड में छोटे से छोटे या बड़े से बड़े निवेशक इसमें पैसे जमा करता है तो इस कंपनी में करोड़ों अरबों रुपया जमा हो जाते हैं। और फिर यह कंपनी अपने फंड मैनेजर के सलाह पर इन रुपयों को बड़ी से बड़ी कंपनी में इन्वेस्ट कर देते हैं तथा बड़ी से बड़ी कंपनी का शेयर खरीद लेते हैं इसमें फंड मैनेजर का बहुत रोल महत्वपूर्ण होता है।

फंड मैनेजर को इस बात की जानकारी प्राप्त करनी होती है कि जिस कंपनी में हुए अपना पैसा इन्वेस्ट कर रहे हैं उनका शेयर कब बढ़ेगा कब घटेगा उनसे जुड़ी सारी टॉपिक को कवर करने के बाद ही फंड मैनेजर यह निर्णय लेता है कि कौन सी कंपनी उसके लिए बेहतर प्रदर्शन करेगा इसी तरह का कार्य दिन प्रतिदिन चलता रहता है अगर फंड मैनेजर किसी गलती के वजह से कोई गलत कंपनी में पैसा इन्वेस्ट कर देता है तो पैसा डूबने का चांस बहुत ज्यादा रहता है।

म्यूच्यूअल फंड सुरक्षित है या नहीं।

बहुत से लोग इस बात को लेकर बहुत चिंतित होते हैं कि क्या मेरा म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट किया हुआ पैसा कहीं डूब तो नहीं जाएगा या हम जिस कंपनी में इन्वेस्ट कर रहे हैं उस कंपनी कहीं भाग तो नहीं जाएगी लोगों का सोचना बिल्कुल सही है क्योंकि पैसे कमाना मे बहुत समय लगता है और डुबाने में बिल्कुल भी समय नहीं लगता है । 

म्यूचुअल फंड में जो भी कंपनी रजिस्टर्ड होता है वाह भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड और सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया के अंतर्गत काम करता है , 

आपको बता दें कि म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने पर कोई खतरा नहीं होता है कोई भी कंपनी आपके पैसे को लेकर नहीं भागेगी क्योंकि इतने भी कंपनी म्यूचुअल फंड में काम करता है उन सभी पर पैनी नजर बनाए SEBI रखता है ।

SEBI का काम होता है कि सभी  निवेशकों के पैसे को लेकर कोई भी कंपनी फ्रॉड नहीं कर रही है उन सभी कंपनी पर सेबी के द्वारा नजर बनाए रखते हैं यह सभी कंपनी सेबी के अंतर्गत सेबी के नियमों अनुसार काम करती है इसलिए म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने से आपके पैसे को डूबने का बहुत कम संभावना रहता है।

म्यूचुअल फंड के नुकसान 

म्यूच्यूअल फंड से आपका बहुत नुकसान हो सकता है यदि आप एक सही कंपनी का चयन करते हैं वैसे सही कंपनी का चयन करना बहुत मुश्किल होता है लोग सिर्फ अनुमान लगा सकते हैं लोग पिछले 10 साल में किस कंपनी ने कितना रिटर्न दिया और इसका प्रोग्रेस रिपोर्ट कैसा रहा इन्हीं सब को देखकर पैसा इन्वेस्ट म्यूचुअल फंड में किया जाता है ,

लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि जो कंपनी पिछले कई वर्षों से अच्छी तरह रिटर्न और प्रोग्रेस दे रही है वह डॉन हो जाती है नीचे चला जाता है जिसके चलते निवेशकों को नुकसान होने का संभावना बहुत अधिक हो जाता है कौन सा कंपनी कब प्रोग्रेस करेगा इसका सिर्फ अनुमान लगाया जा सकता है इसलिए कभी-कभी अनुमान भी गलत साबित हो जाता है। 

सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला mutual funds list 

 Mutual funds के फायदे 

म्यूच्यूअल फंड के बहुत से फायदे हैं लेकिन जो सबसे महत्वपूर्ण है उसके बारे में नीचे लिखे कथनों में उल्लेखित है।

किसी म्यूचुअल फंड में पैसा निवेश करते हैं तो याह म्यूच्यूअल फंड जो कंपनी का होता है उस कंपनी के प्रोफेशनल फंड मैनेजर इस पैसे को किसी अन्य कंपनी में अधिक प्रॉफिट पर निवेश करता है जिससे आपका पैसा का उपयोग सही जगह किया जाता है,

फंड मैनेजर इन सभी पैसो का जब कोई बड़ी कंपनी में इसे निवेश करता है तो उसके बारे में पूरी तरह से अनुभव और उसके पिछले कई रिकॉर्ड स्कोर देखते हुए निर्णय लेता है वह आपके पैसे को सही तरह से प्रॉफिट पर लगा देते हैं।

जब आप किसी भी चुअल फंड में इन्वेस्ट करते हैं तो तो आप हो सबसे अधिक चिंता इस बात का रहता है कि मेरा पैसा सुरक्षित है या नहीं इसे सुरक्षित रखने के लिए आपको एक जगह नाही पूरी पैसा इन्वेस्ट करें कई तरह के म्यूच्यूअल फंड खरीदें और अलग-अलग कंपनी में इन्वेस्ट करें जिससे आपका पैसा बिल्कुल सुरक्षित रहने की अधिक संभावना रहती है।

म्यूचुअल फंड में सभी निवेशक को छोटी छोटी रकम के साथ निवेश करने का सुविधा भी उपलब्ध कराता है अगर आपके पास अधिक रुपैया नहीं हैं तो आप छोटे-छोटे म्यूच्यूअल फंड को खरीद सकते हैं और उसे प्रॉफिट कमा सकते हैं।

म्यूचुअल फंड आज के समय में हर तरह के व्यक्तियों को अपनी और आकर्षित करने का पूरी तरह कोशिश करता है जिसमें ज्यादा रिटर्न रखने वाला व्यक्ति ज्यादा सुरक्षित रखने वाला व्यक्ति कम निवेश रखने वाला व्यक्ति अधिक निवेश रखने वाला व्यक्ति कम जोखिम उठाने वाला व्यक्ति अधिक मुनाफा कमाने वाला व्यक्ति हर तरह के व्यक्तियों को म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने का म्यूच्यूअल फंड मौका देता है।

आज के समय में मैचुअल फंड में इन्वेस्ट करना काफी आसान हो गया है इनमें इन में इन्वेस्ट करने का दो तरीका ऑनलाइन या ऑफलाइन मौजूद है जब भी आप इन्वेस्ट करें तो उस कंपनी के बारे में पूरी तरह जानकारी एकत्रित कर लें इसके बाद ही इन्वेस्ट करें इन्वेस्ट किए हुए पैसा को भी आप बड़ी आसानी से निकाल सकते हैं।

एचयूएल फंड के द्वारा आप किसी भी बड़े कंपनी में छोटे रकम को भी इन्वेस्ट कर सकते हैं और मुनाफा अर्जित कर सकते हैं पहले बड़े कंपनियों में इन्वेस्ट करने का अधिकार सिर्फ अमीर व्यक्तियों के पास ही था लेकिन अब छोटे से छोटे व्यापारी भी बड़े से बड़े कंपनी में म्यूच्यूअल फंड के जरिए निवेश करने का एक सफल रास्ता बन गया है।

अभी आप किसी फंड में निवेश करते हैं तो शेयर खरीदने या बेचने के लिए आपको टैक्स देना पड़ता है लेकिन म्यूच्यूअल फंड के द्वारा यदि आप शेयर खरीदने या बेचने का काम करते हैं तो मुनाफे के कुछ अभी तक टैक्स नहीं भरना पड़ेगा म्यूच्यूअल फंड से मिलने वाले टैक्स फ्री होने के वजह से यह बहुत अधिक लोकप्रिय होते जा रहा है। और टैक्स में होने वाले पैसे निवेशकों का बच जाता है । 

भारतीय म्यूच्यूअल फंड में निवेशकों को कमरिक्स या नो रिस्क का भी सुविधा दिया जाता है यदि आपको किसी भी तरह से रिक्स नहीं लेना है तो आप उस कंपनी में इन्वेस्ट कर सकते हैं जिसमें रिक्स 0% होता है। 

म्यूच्यूअल फंड के जरिए आप शेयर मार्केट में भी इन्वेस्ट कर सकते हैं इसके लिए आपको शेयर मार्केट का ज्ञान भी होना जरूरी है जिससे आप डायरेक्ट शेयर खरीद कर मुनाफा कमा सकते हैं म्यूच्यूअल फंड से बड़े-बड़े कंपनियों के शेयर को भी छोटे छोटे निवेशक खरीद सकता है।

Note :- म्यूच्यूअल फंड जोखिमों के अधीन  है,  म्यूच्यूअल फंड से जुड़े सभी दस्ताबेज को ध्यान पूर्वक पढ़ें आपको लत लग सकता है,  किसी भी तरह के नुकसान के लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।

निष्कर्ष 

उम्मीद है कि। म्यूच्यूअल फंड क्या है इसे कैसे खरीदें इसके अलावा आपको म्यूचुअल फंड के बारे में सभी जानकारी मिल चुकी होगी आशा करते हैं कि आपको यह पोस्ट जरूर पसंद आया होगा इसे अपने दोस्तों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।  

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