शाही मजा

 बादशाह अकबर का बिस्तर लगाने बाला सेवक उस बिस्तर पर सो कर देखना चाहता था मौका देख चुपचाप एक दिन वह शाही बिस्तर पर लेट गया और थोड़ी ही देर बाद उठ खड़ा हुआ ताकि कोई देख ना ले ।

लेकिन महल में तैनात एक सैनिक ने उसे ऐसा करते देख लिया था संयोगवश उस सैनिक व दूसरे सैनिक के आपसी संबंध अच्छे ना थे।

वह सैनिक तुरंत बादशाह अकबर के पास गया और सारी घटनाओं ने बता दी बादशाह या सुनकर अपना आपा खो बैठे।

उन्होंने आदेश दिया  "कल सुबह उस सेवर को 20 कोड़े मारे जाएंगे"जब सेवक को यह मालूम हुआ तो बेहद डर गया वह सीधा बीरबल के घर जा पहुंचा तो बीरबल ने उससे पूछा आने का कारण क्या है तब उसने सारी घटना बता दी 

सुनकर बीरबल बोला, चिंता मत करो जैसा मैं कहता हूं वैसा करो। यह सुनकर सेवक बहुत खुश हुआ और अपने घर लौट गया। अचानक अर्धरात्रि के समय पूरे मन में हलचल मचने से जाग हो गई कोई जोर जोर से रो चिल्ला रहा था थोड़ी देर में सभी वहां एकत्र हुए उन्हें यह देखकर बेहद ताज्जुब हुआ कि इस समय रोने चिल्लाने वाला कोई और नहीं बल्कि वहीं से सेवक  था जिसे बादशाह ने सजा सुनाई थी।

उस सेवक ने आसमान की ओर मुंह उठाकर गहरा सांस भरा और बोला, "हे ईश्वर बादशाह सलामत पर रहम कर "

उसके हाव-भाव उदासी भरे थे और वह अभी भी आकाश की ओर ही ताक रहा था तब महल  में तैनात कुछ सैनिकों ने सोचा शायद इस पर किसी बुरी आत्मा का साया पड़ गया है और वह उस  वक्त उस पर पवित्र जल से छींटे मारने लगे ।

इस हाल चाल बा शोरगुल के चलते बादशाह और बेगम दोनों ही जग गए। वह भी वहीं आ पहुंचे वा सेवक अभी तक चिल्ला रहा था , "हे ईश्वर रहम कर बादशाह को माफ कर दे।" 

व्हाट्सएप पर नजर पड़ते इस सेवक की आंखों में आंसू बह निकले रोता रोता बोला "हुजूर आपके लिए कितनी बड़ी सजा है मेरी सजा तो कुछ भी नहीं है इनके सामने"

अकबरिया सुनकर शक पकाते हुए बोला  "मेरी सजा क्या बकवास कर रहे हो तुम"

सेवक बोला, "हुजूर मैंने सपने में देखा कि मृत्यु के दूत यानी यमदूत ने आपको एक खंबे के साथ बांध दिया है और आपको कोड़े मारे जा रहे हैं या देखते ही मैं कूदकर आपकी और यमदूत के बीच में आ गया और बोला नहीं हमारे बादशाह को कोड़े से मत मारो इनके बदले मुझे सजा दे डालो

लेकिन यमदूत खाने लगा नहीं सजा इसे ही मिलेगी तुम तो थोड़ी ही देर के लिए शाहि बिस्तर पर लेटे थे और तुम्हें इनके लिए 20 कोड़े की सजा मिली है जबकि बादशाह तो सालों साल से साहिब बिस्तर पर सोते आ रहे हैं पुणे तो कम से कम हजार कोड़े लगाए जाने चाहिए, कहकर वह सेवक दहाड़े मारकर जोर जोर से रोने लगा

बादशाह कुछ ना बोले लेकिन सेवक को दी गई सजा वापस ले ली वह समझ गए थे कि इस सारे नाटक के पीछे जरूर बीरबल  का हाथ है।

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