आज इस पोस्ट में जीपीएस क्या है इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है तथा इससे संबंधित है सभी प्रकार की प्रश्नों का उत्तर इस लेख में मिलेंगे जीपीएस से संबंधित सभी तरह की जानकारी इस पोस्ट में आपको दिखाई देगी मुझे आशा है कि जीपीएस से संबंधित आपके मन में जितने भी प्रश्न है सभी प्रश्नों का उत्तर अधिक से अधिक शब्दों में इस लेख में दिया जाएगा इसीलिए यदि इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इसे पूरी तरह से अवश्य पढ़ें यदि फिर भी किसी तरह की समस्या उत्पन्न होती है तो आप हमें कमेंट करके उस समस्या का नितारा आसानी से कर सकते हैं।


आजकल इंटरनेट का प्रयोग इतना ज्यादा बढ़ गया है कि लोग आसानी से अपने कार्यों को बखूबी निभाते इसके साथ ही अनेक प्रकार के समस्याओं का भी निवारण जल्द से जल्द इंटरनेट के माध्यम से करता है यह धीरे-धीरे मनुष्य के जीवन का अभिन्न अंग बनते जा रहा है लगता है आने वाले समय में इंटरनेट के बिना जीवन जीना कठिन हो जाएगा क्योंकि इसका इस्तेमाल करते हम लोगों के सभी क्रियाकलापों में बढ़ते ही जा रहा है,


 इसी का एक भाग है जीपीएस आता है जिससे किसी भी प्रकार के जगह पर चाहे दुनिया के किसी भी कोने में उसकी जानकारी और उसकी सटीक लोकेशन जीपीएस के द्वारा आसानी से पताल लग जाता है इतना ही नहीं इसका इस्तेमाल है हम लोग अनजान जगह पर पहुंचने के लिए भी करते हैं और सुरक्षित तरीका से पहुंचते भी हैं इसलिए इसका विस्तार है आजकल अधिक होता जा रहा है लोग इसका सही और गलत दोनों प्रकार के प्रयोग कर रहे हैं जैसी आपकी इच्छा उस प्रकार इसका इस्तेमाल आसानी से कर सकते हैं ,


आपको बता दें कि पहले के समय में जब जीपीएस का अविष्कार नहीं किया गया था तो लोग आकाश में उपस्थित तारों को देखकर लोकेशन का पता लगाया करते थे और अपनी दिशा का निर्णय चुंबक की सहायता से करते थे लेकिन इंटरनेट का विस्तार है दिन प्रतिदिन बढ़ते चला गया और आजकल लोग किसी भी व्यक्ति का सटीक जान लोकेशन सही समय पर आसानी से निकाल पाते हैं ,


यह क्राइम रोकने में सबसे ज्यादा मददगार साबित होता है किसी भी प्रकार के क्राइम हो सभी प्रकार के क्राइम को रोकने के लिए सक्षम है यह रही जीपीएस के बारे में छोटी सी जानकारी चलिए अब इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त करते हैं तो बिना देर किए शुरू करते हैं जीपीएस क्या है।



जीपीएस क्या है , what is GPS in hindi 


GPS क्या है , इसका प्रयोग कैसे किया जाता है ?


चलिए अब जीपीएस के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं जीपीएस अंतरिक्ष में उपस्थित उपग्रह का एक विशेष प्रणाली है जोकि मौसम की स्थिति के साथ-सथ समय की जानकारी और उसके लोकेशन की सटीक जानकारी प्रदान करता है चाहे वह विश्व के किसी भी कोने में क्यों ना हो यह सैटेलाइट सभी प्रकार के जीपीएस डिवाइड से एक दूसरे से सरवर के द्वारा कनेक्टेड रहता है जो 24 घंटा कार्यरत होता है आजकल जीपीएस ट्रैकर डिवाइस प्रत्येक प्रकार के इंटरनेट कनेक्टेड डिवाइस में लगाया जा रहा है,


 इसके साथ साथ लोगों की सटीक जानकारी के लिए मोबाइल फोन उसके गाड़ी उसके घर इत्यादि जगह पर लगाया जा रहा है जिससे लोग अपनी जानकारी का सटीक लोकेशन किसी दूसरे को बता सकें और जब भी मुसीबत आए तो आसानी से उसके मुसीबत को भी हल कर सके यह जीपीएस स्टेट लाइट बेस्ट नेवीगेशन सिस्टम के आधार पर कार्य करता है जो 24 सैटेलाइट के नेटवर्क के समूह के द्वारा पृथ्वी के उप कक्षा में जुड़ा हुआ रहता है ,


इसे सबसे पहले यूएस डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस के द्वारा बनाया गया था इसका प्रयोग यूएस आर्मी के द्वारा सबसे पहले किया गया था यह मुख्य रूप से 1980 में सर्वसाधारण के लिए इस्तेमाल करने के लिए उपलब्ध कराया गया था जो किसी भी समय किसी भी व्यक्ति की सटीक जानकारी प्रदान करने में सक्षम है।  



GPS का फूल फॉर्म क्या होता है ?

GPS का full form : - Global positioning system 




GPS का परिभाषा क्या होता है ? What is diffnation of gps in hindi 


 जीपीएस एक ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम नेविगेशन का एक माध्यम है, जो उपग्रह के रिसीवर का उपयोग करके हवाई समुद्र और भूमि यात्रा के लिए  अस्थान वेग समय डाटा को एक्सेस आसानी से करता है ,  जिसमे 24 उपग्रह का एक तारामंडल होता है  जो 1400 km\ h के गति से यात्रा करता है , जिससे हमारी सटीक लोकेशन की जानकारी आसानी से दे पाते है ।


 GPS हर जगह मौजूद होता है आपके कार , स्मार्टफोन , इंटरनेट कनेक्टेड डिवाइस  , घड़ी इत्यादी जगह आसानी से पा सकते है और सटीक आपकी जानकारी प्राप्त करते हैं , दरअसल जीपीएस सेटेलाइट के द्वारा काय करता है और ग्राउंड स्टेशन रडार का उपयोग करके सभी जगह की असली लोकेशन पता करने में सक्षम होता है।



GPS का इतिहास history of gps in hindi


दरअसल जीपीएस का सबसे पहले यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के डिफेंस के द्वारा किया गया था इसे 1957 में soviet यूनियन द्वारा Sputnik satellites रूस के मदद से लॉन्च किया गया था जिसे 1960 में यूएस नेवी के द्वारा start किया गया था , 


उस समय जीपीएस केवल लंबे समय के लिए उपयोग गवर्नमेंट के द्वारा किया जाता था लेकिन धीरे-धीरे यह आम लोगों के लिए भी सेवा प्रदान करने लगा, 1983 मे अमेरिकी सरकार ने जीपीएस को सर्वसाधारण के लिए उपलब्ध कराया और इसके डाटा पर भी नियंत्रण किया , सन 2000 तक सभी कंपनी और आम लोगो तक पूरी तरह से इस पर नियंत्रण नहीं किया था फिर धीरे धीरे इसके सभी मार्ग प्रशस्त किया ।



GPS कैसे काम करता है , how does GPS work in hindi 


 जीपीएस ट्रिलेटरेशन technology के माध्यम से कार्य करता है यह किसी भी स्थान देव और ऊंचाई की गणना के लिए प्रयोग किया जाता है दरअसल यह ट्राई करण उपग्रहों से जानकारी प्राप्त करने के लिए संकेत जमा करता है और इसका उपयोग कोणों को मापने के लिए किया जाता है पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले सभी उपग्रह पृथ्वी की सतह पर स्थित जीपीएस उपकरण पढ़ने और व्याख्या करने के लिए संकेत भेजते रहते हैं,


 एक डिवाइस कम से कम 4 उपग्रहों से संकेत पढ़ने के लिए सक्षम होता है , प्रत्येक उपग्रह 1 दिन में दो बार कम से कम पृथ्वी की परिक्रमा करता है और प्रत्येक उपग्रह कक्षीय पैरामीटर और समय को भेजता रहता है किसी भी समय एक जीपीएस उपकरण 6 या उससे अधिक उपग्रहों से संकेत पढ़ कर भेज सकता है एक उपग्रह माइक्रोवेव सिग्नल प्रसारित करता है जिसे जीपीएस डिवाइस द्वारा एक्सेस किया जाता है और जीपीएस डिवाइस से उपग्रह तक की दूरी की गणना करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है दरअसल जीपीएस उपकरण केवल उपग्रह से दूरी के बारे में जानकारी प्राप्त करता है एक ही उपग्रह अधिक जगह की जानकारी प्रदान नहीं कर सकता उसे अलग-अलग उपग्रह द्वारा जोड़ा जाता है ,


इसलिए जीपीएस को ग्राम का स्थान किसी गोले के सतह के क्षेत्रफल पर कहीं भी हो सकता है जब कोई भी उपग्रह जीपीएस उपकरण के लिए संकेत भेजता है तो वह दूसरा उपग्रह से जोड़ता हुआ एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक प्रति छेदी करता है तीसरे उपग्रह के साथ डिवाइस का स्थान अंततः निर्धारित किया जाता है , जब जीपीएस डिवाइस को कोई भी उपग्रह से कनेक्ट किया जाता है तो वह उपग्रह अपने चारों ओर स्थित उपग्रह के साथ भी कनेक्ट हो जाता है जिससे वह उपकरण जहां भी जाता है उस की सटीक जानकारी उपग्रह को एक दूसरे के माध्यम से पृथ्वी तक जानकारी पहुंचाता है , और इस प्रकार हम लोग इसका इस्तेमाल आसानी से कर पाते हैं। 



GPS को कब दुनिया के सामने आम लोगो के लिए प्रसारित किया गया ।


आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि जीपीएस को 1983 में दुनिया के सामने आम लोगों के लिए प्रसारित किया गया था जिसे 1990 के शुरुआत में जीपीएस सर्विस स्कोर ओरिजिनल किया गया था और इसके बाद SPS standard positing service को आम लोगो के लिए दिया गया था , इसके बाद pps का   इस्तेमाल militry के किया जाने लगा ।



 जीपीएस का प्रयोग कहा होता है ?


आजकल जीपीएस का प्रयोग दुनिया भर में बढ़ता जा रहा है क्योंकि इसका इस्तेमाल प्रत्येक क्षेत्र में बढ़-चढ़कर किया जा रहा है इसका इस्तेमाल लोग कोई भी कार्य जैसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने में किसी का मानचित्र तैयार करने में लोकेशन प्राप्त करने में समय को ज्ञात करने में तथा सरकारी कर्मचारियों की देखरेख करने में इत्यादि जगहों पर इसका प्रयोग बढ़-चढ़कर किया जा रहा है ,

लोग अपने काम के प्रति अधिक उत्सुकता होने के और रखने के उद्देश्य से जीपीएस का प्रयोग किया जा रहा है चलिए इसके पहुंचे प्रमुख उपयोग के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं जो हम लोगों को बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगा


1 location  - किसी भी location को आसानी से प्राप्त करना 


2 Navigation - बिंदु a से बिंदु b तक आसानी से पहुंचाना जिसका इस्तेमाल आप अपने मोबाइल के maps के द्वारा करते है ।


3 Tracking - किसी भी वस्तु की सटीक जानकारी प्राप्त करना 


4 Maps - वर्ल्ड मे किसी भी अस्थान का map तैयार करना 


5 Timing - सही समय ज्ञात करना  



दैनिक जीवन मे जीपीएस का उपयोग 


 1. Emergency  Response 

दरअसल जीपीएस का इस्तेमाल आपातकालीन स्थिति प्राकृतिक आपदा के दौरान पहले सूचित करने की किया जाता है यदि किसी भी प्रकार की भविष्यवाणी करने और आपातकालीन कर्मियों पर नजर बनाए रखने के लिए जीपीएस का इस्तेमाल किया जाता है,


 इसके साथ साथ दूसरे देशों से आने वाले आपातकालीन स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करना जीपीएस का इस्तेमाल किया जाता है और जितने भी घटना इमरजेंसी के लिए अंतर्गत आता है उसकी पहले जानकारी जीपीएस के द्वारा दे दी जाती हैं क्योंकि यह सेटेलाइट होने वाले सभी घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करता है वही कुछ जानकारी गलत भी साबित होता है। 


2. मनोरंजन के लिए 

जीपीएस का इस्तेमाल पोकेमोन गो जिओ कैचिंग जैसे खेलों और गतिविधियों में शामिल करने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है इसके साथ साथ इसके अंतर्गत जो भी गेम आता है और मनोरंजन के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।


3. Health और fitness 

दरअसल smart watch और दौड़ लगाने को ट्रैक करने के लिए जीपीएस का इस्तेमाल किया जाता है इसके साथ साथ जनसंख्याकी के खिलाफ बेंचमार्क तथा खनन और ऑफ रोड इत्यादि कार्यों के लिए जीपीएस का इस्तेमाल किया जाता है , 


4. Tracking 

जीपीएस का इस्तेमाल किसी भी उपकरण का पता लगाने के लिए आवटन को मापने और सुधारने के लिए बड़ी-बड़ी जीपीएस कंपनी अपनी संपत्ति पर नजर रखने के लिए किया जाता है इसके साथ साथ वाहन ट्रैकिंग ऑफ रोड ट्रैकिंग इत्यादि के लिए इसका इस्तेमाल आसानी से किया जाता है।


5. परिवहन के लिए 

Logistic कंपनी सुरक्षा मे सुधार लाने के लिए टेलीमैटिक्स सिस्टम का इस्तेमाल करते है इसके द्वारा अनुकूल मार्ग और इंधन की बचत के लिए चालक की सुरक्षा के लिए जीपीएस का इस्तेमाल किया जाता है ,जीपीएस का उपयोग जैसे कृषि , वाहन , ब्रिकी , और सेवा सैन्य , मोबाइल सुरक्षा इत्यादि के लिए किया जाता है ।

 


जीपीएस के प्रकार  types of gps in hindi 


दरअसल जीपीएस तीन अलग-अलग प्रकार की धडकन से मिलकर बना है जिससे यह किसी भी स्थान की सटीक जानकारी इन तीनों घटक की सहायता से आसानी से हम लोगों तक पहुंचाता है चलिए इन तीनों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करते हैं जो काफी हम लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।


1 . Space ( satellite ) ; - 


पृथ्वी के परिक्रमा करने वाले उपग्रह जिसका प्रयोग जीपीएस के रूप में किया जाता है, इसके साथ साथ सभी प्रकार की मनोरंजन और समय की सटीक जानकारी के लिए उपग्रह का प्रयोग किया जाता है इसके साथ बहुत प्रकार के सेटेलाइट को बनाकर पृथ्वी की कक्षा में छोड़ दिया जाता है जो हम लोगों के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।


2. Ground control : - 


सबसे पहले ग्राउंड कंट्रोल पृथ्वी पर आधारित मॉनिटर स्टेशन नियंत्रण स्टेशन और जमीन एंटीना से उत्पन्न हुआ है इसकी सभी गतिविधियों में अंतरिक्ष में उपस्थित उपग्रहों पर नजर रखने के लिए और उसकी संचालन और प्रसारण की निगरानी करने के लिए ग्राउंड कंट्रोल का इस्तेमाल किया जाता है,

 दुनिया के लगभग सभी महाद्वीपों और सभी जगहों को निगरानी स्टेशन के रूप में ग्राउंड कंट्रोल का उपयोग किया जा रहा है जो किसी भी क्षेत्र की सटीक जानकारी के लिए जीपीएस को मदद पहुंचाता है ताकि वह सटीक जानकारी लोगों तक आसानी से पहुंचा सकें।


3 User equipments : -


 जीपीएस डिवाइस जिस में शामिल होता है उसे यूजर इक्विपमेंट्स कहा जाता है जैसे मान लीजिए मोबाइल कार घड़ी, टेलीमैटिक डिवाइस, ट्रैकिंग डिवाइस इत्यादि शामिल होता है ।



GNSS (global navigation satellite system) क्या है , what is GNSS in hindi 


GNSS का फूल फॉर्म GLOBAL NAVIGATION SATELLITE SYSTEM होता है , जिसका अर्थ होता है विश्व को नेवीगेशन करने में सक्षम पूरी तरह से है अभी तक मात्र दो प्रकार के हैं नेवीगेशन सिस्टम चालू है सबसे पहला यूएस नेवीगशन सिग्नल टाइमिंग एंड रेजिंग NAVSTAR और दूसरा रूस के द्वारा दिया गया  ग्लोबल नेविगशन सेटेलाइट सिस्टम GLONASS शामिल है , आपके जानकारी के लिए बता दूं,


 कि यूएस नेविगेशन सिग्नल टाइमिंग एंड रेजिंग सिस्टम में 32 उपग्रह शामिल है ,  और यह सबसे ज्यादा पॉपुलर जीपीएस सिस्टम में से एक है जबकि रूस ग्लोबल नेवीगेशन सैटलाइट सिस्टम ने 24 उपग्रह शामिल है इसके बाद अलग-अलग देशों के द्वारा प्रयोग किया जा रहा है जिसमें अपनी अपनी सफलता के लिए इसका इस्तेमाल आने वाले समय में कर सकता है। Beidou को चीन के द्वारा 35 उपग्रह के द्वारा लॉन्च करने की योजना बना रही है जो आने वाले समय मे सबसे ज्यादा पॉप्यूलर हो सकता है ।



GPS के सही जानकारी के लिए कौन सी बाधा उत्पन्न होता है ?


 दरअसल जीपीएस की सही जानकारी प्राप्त करने के लिए बहुत प्रकार की बाधा उत्पन्न होती है कभी कभी आपने देखा होगा कि जिसके द्वारा गलत सरकार की जानकारी आप को दिया जाता है जो कि तकनीकी खराब और मौसम की खराबी आपातकालीन स्थिति के दौरान उत्पन्न होता है इसके साथ साथ आपको सही जानकारी नहीं मिलने का और भी बहुत से कारण हो सकते हैं जैसे मान लीजिए आपने कोई गहरी इमारतें वाली जगह पर उपस्थित हो वहां पर यह सही से कार्य नहीं करता है,


 इसके बाद ऊंची ऊंची बिल्डिंग ऊंचे ऊंचे पहाड़ घनी आबादी वाले क्षेत्र जहां की इंटरनेट कनेक्शन पहुंचने में थोड़ी बहुत परेशानी होती है या फिर घने जंगल जहां पर सेटेलाइट का सिग्नल है कमजोर पड़ जाता है वहां इस प्रकार की स्थिति का सामना करना पड़ता है लेकिन अब इसका समाधान किया जा रहा है चलिए उन सभी तथ्यों के बारे में जानते हैं जिससे जीपीएस की सटीक जानकारी प्राप्त करने में बाधा उत्पन्न होता है।


1. भौतिक रुकावट  : - भौतिक रुकावट मे पेड़ पौधों, इमारतें , घनी जंगल इत्यादि जगह सामना करना पड़ता है ।


2. वायुमंडलीय प्रभाव : - वायुमंडलीय प्रभाव के अंतर्गत  भारी तूफान , सुनामी, मौसम की खराबी के कारण उत्पन्न हुए बाधा के कारण जीपीएस का कार्य नही होता है ।


3. पुराना उपग्रह : - कभी कभी उपग्रह के अंदर कक्षिय मॉडल पुराना हो जाता है जी ठीक तरह से कार्य नहीं करता है तो इस प्रकार के बाधा का सामना करना पड़ता है ।


4  गलत गणना : -  कभी कभी सही संख्यात्माक गणना गलत करने के कारण इसकी सटीक जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती है जिससे इस प्रकार का बाधा उत्पन्न होता है ।


5 कृत्रिम हस्तक्षेप : - इसमें जीपीएस डिवाइस सही से कम नहीं करता है जिससे इस प्रकार के बाधा उत्पन्न होता है , और टेक्निकल error के कारण भी इसका सामना करना पड़ता है।



निष्कर्ष 


हमें उम्मीद है कि मेरे टीम द्वारा लिखा गया यह जानकारी जीपीएस क्या है इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है आपको पूरी तरह से समझ में आ गया होगा यदि फिर भी इससे संबंधित है किसी भी प्रकार का प्रश्न आपके मन में है तो आप हमें आसानी से कमेंट करके पूछ सकते हैं ,


यह ब्लॉक का सिर्फ एक ही मकसद है की पूरी जानकारी किसी भी टॉपिक पर उपलब्ध करना जोकि किसी दूसरे वेबसाइट पर जाने की जरूरत ना पड़े मुझे आशा है कि जीपीएस क्या है आपको बहुत पसंद आया होगा इसे अधिक से अधिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर जरूर करें इसके साथ ही यह जरूर बताएं कि आपको यह पोस्ट कैसा लगा और किसी भी प्रकार के सहायता के लिए हमें अवश्य कांटेक्ट करें।


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