चलिए आज इस लेख में हम लोग जानते हैं कि फ्लॉपी डिस्क क्या है फ्लॉपी डिस्क कितने प्रकार के होते हैं फ्लॉपी डिस्क से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी आपको इस लेख में देखने को मिलेंगे उम्मीद है कि इसने को शुरू से लेकर अंत तक अवश्य पड़ेंगे इसके साथ ही इसे इससे संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए कमेंट हमें अवश्य करेंगे दरअसल जब कंप्यूटर का आविष्कार हुआ था तो उस समय किसी भी प्रकार के डाटा को रखने के लिए फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल किया जाता था,

क्योंकि इसमें हम अपने डेटा जैसे फोटो इमेज वीडियो इत्यादि रख सकते हैं लेकिन इसकी क्षमता थोड़ी कम थी आजकल इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता है क्योंकि इसके जगह पर बहुत बड़े-बड़े डाटा स्टोरेज डिवाइस का इस्तेमाल किया जाने लगा है दरअसल इसका इस्तेमाल सबसे पहले 1980 में बहुत ज्यादा किया जाता था क्योंकि उस समय कंप्यूटर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला स्टोरेज डिवाइस फ्लॉपी डिस्क हुआ करता था, 

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एक प्रकार का मैग्नेटिक स्टोरेज होता है जिसके अंदर बहुत ही पतली मैग्नेटिक डिस्क लगा हुआ है चलिए इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त होंगे उम्मीद है कि इसे अवश्य पढ़ें और किसी भी प्रकार की डॉट को क्लियर करने के लिए आप हमेशा मिलता करेंगे तो चलिए शुरू करते है फ्लॉपी डिस्क क्या है ये कितने प्रकार के होते हैं। 

Floppy disk क्या है?

फ्लॉपी डिस्क क्या है? What is floppy disk in Hindi

दरअसल फ्लॉपी डिस्क एक प्रकार का मैग्नेटिक स्टोरेज डिवाइस है जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर के डाटा स्टोरेज करने के लिए किया जाता है इसे एफडीडी भी कहा जाता है यह एचडीडी की तुलना में अधिक पोर्टेबल होता है मेरे कहने का मतलब यह है कि इसे कंप्यूटर से आसानी से हम बाहर निकाल कर एक्सेस कर सकते हैं फ्लॉपी डिस्क सेकेंडरी मेमोरी का एक भाग है,

इसका सबसे पहले आविष्कार 1967 में किया गया था जो बहुत ही पतली और फ्लैकबल स्टोरेज डिवाइस है इसका आकार 5.25 से लेकर 3.5 इसके अंदर बहुत प्रकार के डिस्क ड्राइव लगे होते हैं हालांकि जब इसका आविष्कार किया गया था तो उस समय इसका क्षमता बहुत कम था और बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल किया जाता था क्योंकि उस समय इसके अलावा कोई और ऑप्शन किसी के पास नहीं था इसके बाद 2000 के बाद मार्केट में सीडी ड्राइव को लाया गया जिसमें फ्लॉपी डिस्क की तुलना में अधिक स्टोरेज स्पेस था,

इसके साथ ही फाइल ट्रांसफर करने के लिए बहुत ज्यादा सुविधा था जोकि फ्लॉपी डिस्क में नहीं था इसलिए सन 2001 के बाद फ्लॉपी डिस्क पूरी तरह से गायब हो गया उसका जगह सीडी ड्राइव में ले लिया और सीडी ड्राइव का जगह मेमोरी कार्ड में ले लिया और फिर मेमोरी कार्ड का जगह पेन ड्राइव में ले लिया आज मार्केट में केवल पेन ड्राइव ही दिखाई देते हैं और सभी अपने अपने समय के अनुसार बदलता चला गया। 

Floppy disk का इतिहास history of floppy disk in Hindi

फ्लॉपी डिस्क का आविष्कार 1967 ईस्वी में किया गया था जो Alan Shugart व्यक्ति के द्वारा 8 इंच वाला सबसे पहला फ्लॉपी डिस्क तैयार किया गया था कंप्यूटर में इसका इस्तेमाल 1970 के आसपास किया जाने लगा सबसे पहले इसका इस्तेमाल कंप्यूटर में रीड फॉर्मेट में किया जाता था फिर रीड राइट दोनों फॉर्मेट में किया जाने लगा सबसे पहला फ्लॉपी डिस्क और पतली चुंबकीय डिस्क से बनाया गया था, 

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जो कि लगभग 3 इंच का था जिसका आकार 3:30 इंची से लेकर 5:15 इंच तक था इसका आविष्कार दरअसल कटिंग एज टेक्नोलॉजी के द्वारा किया गया था जो कि इसमें सबसे अधिक डाटा स्टोरेज किया जाता था हालांकि आजकल इसका आविष्कार समाप्त हो गया है क्योंकि लोगों के बीच बड़े-बड़े स्टोरेज डिवाइस मौजूद है। 

फ्लॉपी डिस्क कितने प्रकार के होते हैं। 

दरअसल फ्लॉपी डिस्क मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं जो नीचे लिखे कथनों में उल्लेखित है चलिए इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करते हैं। 

8" floppy disk

8 inch floppy disc को IBM के द्वारा तैयार किया गया था जब इसका आविष्कार किया गया था तो उस समय इसका स्टोरेज क्षमता बहुत कम था और यह केवल read-only फॉर्मेट को ही सपोर्ट करता था परंतु बाद में इसका इस्तेमाल रीड और राइट दोनों फॉर्मेट के लिए किया जानें लगा सबसे पहले इसका क्षमता 100k bytes था हालांकि लैपटॉप डेस्कटॉप और कंप्यूटर में 8 इंच फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। 

5.25" floppy disk

5 पॉइंट 25 इंच फ्लॉपी डिस्क का आविष्कार 1980 के आसपास किया गया था जिसके बाद पर्सनल कंप्यूटर पर भी इसका इस्तेमाल किया जाने लगा सबसे पहले इसका स्टोरेज क्षमता 1.2 MB थे इसके बाद इसका स्टोरेज क्षमता बढ़ाया गया इसमें कुछ वृद्धि किया गया और राइट दोनों फॉर्मेट को सपोर्ट करता था क्योंकि इसकी क्षमता मॉडिफाई करके 2.88MB तक के जाया गया। 

3.5" floppy disk

3:30 इंच floppy disc का आकार बाकी सभी प्रॉपर डिस्क की तुलना में बहुत ही कम होता है इसके आकार 400 केवी से लेकर 1 पॉइंट 4 एमबी तक डाटा स्टोर कर सकता है इसमें बहुत ही छोटी फाइल को आसानी से रख सकते हैं इसे माइक्रो फ्लॉपी डिस्क भी कहा जाता है। इस फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल डाटा रीड ओर राइट दोनों करने में किया जाता है हालांकि इसमें 1 मिनट में लगभग 300 रोटेशन आसानी से पूरा कर लेता है यह बाकियों की तुलना में दोनों साइड पर डाटा को आसानी से स्टोर करके रख सकता है और दूसरे की तुलना में इसे स्टैंडर्ड क्वालिटी का बनाया गया है। 

फ्लॉपी डिस्क के लाभ advantage of floppy disk in hindi 

चलिए अब फ्लॉपी डिस्क के लाभ के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं जो नीचे लिखे कदम में उल्लेखित है। 

Floppy disc का आकार बहुत छोटा होता है इसके बावजूद इसे एक्सेस करना बहुत ही आसानी होता है हालांकि इसे दूसरे स्टोरेज डिवाइस की तुलना में इसे मैनेज करना बहुत ही आसान होता है। 

Floppy disc के द्वारा किसी भी कंप्यूटर को बूट करने में काफी मदद मिलता है जिससे आपके लैपटॉप कंप्यूटर किसी भी प्रकार के एरर को आसानी से चेक आउट कर लेता है। 

हालांकि फ्लॉपी डिस्क सभी प्रकार की कंप्यूटर को आसानी से सपोर्ट करता है जब पहले कंप्यूटर में यानी कि पुराने कंप्यूटर में सीडी ड्राइव की जगह नहीं होती थी तो उस समय फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल किया जाता था। 

इसका आकार बहुत ही छोटा होने के कारण इसे अच्छी तरीका से एक्सेस किया जा सकता है। 

Floppy disc के सबसे बाहरी के परत प्लास्टिक का बना होता है जिसके कारण या अधिक सुरक्षित होता है प्लास्टिक के बने होने के कारण इसमें किसी भी प्रकार के स्क्रैच आने की संभावना नहीं होती है। 

Floppy disc मे खराबी की संभावना बहुत कम होती है क्योंकि इसे आसानी से erase और ओवर राइटिंग होने से बचाया जा सकता है। 

Floppy disk के हानि disadvantages of floppy disk in Hindi

ऊपर आप लोगों ने जाना कि फ्लॉपी डिस्क के लाभ क्या क्या है लेकिन क्या आप लोग इसके हानि के बारे में भी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो चलिए फ्लॉपी डिस्क के डिसएडवांटेज के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं जो नीचे लिखे कथनों में उल्लेखित हैं। 

सबसे पहला और सबसे जरूरी चीज फ्लॉपी डिस्क की स्टोरेज क्षमता बहुत ही कम होती है। 

हालांकि फ्लॉपी डिस्क यदि ज्यादा हीट हो जाए तो यह खराब हो सकता है। 

फ्लॉपी डिस्क के खराब होने की संभावना अधिक होती है। 

फ्लॉपी डिस्क को बहुत ही कम समय में एक्सेस किया जा सकता है।

फ्लॉपी डिस्क का आकार इतना छोटा होता है कि इसमें आप अपने सभी प्रकार के काम की चीजें को स्टोर नहीं रख सकते हैं। 

फ्लॉपी डिस्क secure नहीं होता है। 

Floppy disk के महत्त्वपूर्ण भाग

फ्लॉपी डिस्क के महत्वपूर्ण भाग के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं फ्लॉपी डिस्क के बनने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है तो चलिए शुरू करते हैं नीचे लिखे कथनों में उल्लेखित है। 

Plastic jacket 

Index hole 

Shater 

Project notch 

Hub ring 

Read/write window

Driver motor

Stepper motor

Mechnical frame 

Circuit board    

फ्लॉपी डिस्क कैसे काम करता है? 

दरअसल फ्लॉपी डिस्क मैग्नेटिक स्टोरेज डिवाइस होता है जिसका इस्तेमाल किसी भी प्रकार के इंफॉर्मेशन को स्टोर करने के लिए किया जाता है फ्लॉपी डिस्क डाटा को रीड एवं राइट करने का कार्य आसानी से करते हैं जब भी किसी कंप्यूटर में कोई फ्लॉपी डिस्क को इंसर्ट किया जाता है तो यह मेटल स्लाइड डोर को ओपन करता है जो फ्लॉपी डिस्क के मैग्नेटिक डिस्क को 0/1 में एक्सपोज कर देता है इसके बाद फ्लॉपी डिस्क रीड और राइट के मैग्नेटिक पोलैरिटी का इस्तेमाल किया जाता है कंप्यूटर इसे बाइनरी डाटा समझकर अपना इस्तेमाल करने के लिए डाटा को समझता है और आसानी से उसे मशीनी भाषा को लोकल लैंग्वेज में बदलकर इंफॉर्मेशन को शेयर करता है। 

Hard disc और floppy disk मे क्या अंतर है? 

हार्ड डिस्क ऑफ फ्लॉपी डिस्क में क्या अंतर होता है इसके बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं दरअसल हार्ड डिस्क फ्लॉपी डिस्क की तुलना में काफी अधिक क्षमता होता है आप लोगों ने अक्सर देखा होगा कि जब भी हम अपने कंप्यूटर में हार्ड डिस्क का इस्तेमाल करते हैं तो उसमें कई प्रकार के डाटा को स्टोरेज कर सकते हैं यहां तक की सबसे बड़े बड़े डाटा को आसानी से स्टोरेज कर सकते हैं जैसे कि 1GB से लेकर 1tb तक इससे भी बड़ी-बड़ी दाता को हार्ड डिस्क में आसानी से रख सकते हैं जबकि फ्लॉपी डिस्क के बारे में तो आप लोग जानते ही हैं,

ऊपर दिए गए हैं फ्लॉपी डिस्क के सभी प्रकार के इंफॉर्मेशन फ्लॉपी डिस्क में बहुत ही कम स्टोरेज होता है इसलिए आजकल इसका इस्तेमाल भी नहीं किया जाता है लोग अपने दैनिक जीवन के लिए केवल हार्ड डिस्क का ही इस्तेमाल करते हैं लोग अपने कंप्यूटर की स्टोरेज कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए अलग से हार्ड डिस्क भी लगाते हैं और अपना कार्य आसानी से करते हैं लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि फ्लॉपी डिस्क को भी कंप्यूटर में अलग से लगाया जाता है,

नहीं क्योंकि फ्लॉपी डिस्क का जमाना 2000 ईस्वी तक ही रहा और इसके बाद फ्लॉपी डिस्क का समय चला गया जैसे कि आप लोग जानते हैं कि मेमोरी कार्ड का समय धीरे-धीरे व्यतीत हो रहा है इसकी जगह पेनड्राइव ने ले लिया है सीडी ड्राइव का भी इस्तेमाल अब नहीं किया जाता है क्योंकि इन सभी का जगह पेन ड्राइव और हार्ड डिस्क ने ले लिया है हालांकि हार्ड डिस्क और फ्लॉपी डिस्क में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है,

क्योंकि दोनों का कार्य डाटा को कलेक्ट करने का होता है सभी प्रकार के डाटा को इन दोनों में आसानी से कलेक्ट कर सकते हैं लेकिन हार्ड डिस्क में बड़ी लेवल का डाटा को सेव कर सकते हैं जबकि फ्लॉपी डिस्क में बहुत ही छोटे लेवल का डाटा सेव किया जाता है हालांकि आज तो इसका इस्तेमाल भी नहीं किया जाता है। 

फ्लॉपी डिस्क का उपयोग use of floppy disk in Hindi

हालांकि फ्लॉपी डिस्क का उपयोग बहुत प्रकार से किया जाता है चलिए इसके बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं जो नीचे लिखे कथनों में उल्लेखित हैं? 

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Data storage 

फ्लॉपी डिस्क का उपयोग मुख्य रूप से डाटा स्टोरेज करने के लिए आसानी से किया जाता है सभी प्रकार की जीजा अपने इंफॉर्मेशन को स्टोर करने के लिए फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल करते हैं हालांकि पहले के समय में फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल डाटा को रिकॉर्ड और डाटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है क्योंकि उस समय लोगों के लिए कोई अन्य साधन नहीं थे बहुत ही छोटी समय के लिए किसी भी प्रकार के इंफॉर्मेशन को सेव कर सकते थे। 

Software और driver 

हालांकि फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल कंप्यूटर के एप्लीकेशन और ड्राइवर को इंस्टॉल करने के लिए भी किया जाता था इसका इस्तेमाल डेवलपर अपनी सॉफ्टवेयर और ड्राइवर को अपडेट करने के लिए भी करते थे क्योंकि पहले के समय में सॉफ्टवेयर का साइज काफी अधिक होता था और उस समय सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करने के लिए दूसरा कोई ऑप्शन नहीं था आजकल सॉफ्टवेयर और ड्राइवर को इंस्टॉल करने के लिए बहुत ही बड़े में ऑप्शन अवेलेबल है। 

File transfer

हालांकि फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल सभी प्रकार के कंप्यूटर के बीच फाइल और डाटा को ट्रांसफर करने के लिए भी किया जाता था लोग अपने कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में किसी भी प्रकार के एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर फोटो इमेज वीडियो इत्यादि शेयर करने के लिए फ्लॉपी डिस्क का इस्तेमाल किया करते थे क्योंकि उस समय इसके अलावा कोई और दूसरा ऑप्शन नहीं था।  

निष्कर्ष

हमें उम्मीद है कि हमारे टीम द्वारा लिखा गया यह जानकारी फ्लॉपी डिस्क क्या है प्रॉपर्टी कितने प्रकार के होते हैं आपको बहुत पसंद आया होगा इससे संबंधित किसी भी प्रकार के प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट अवश्य करें इसके साथ ही इसे अधिक से अधिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने दोस्तों के बीच शेयर जरूर करें और हमें अवश्य बताएं कि यह आलेख आपको कैसा लगा ताकि हमें मोटिवेट प्राप्त हो सके और इसमें किसी प्रकार की त्रुटि के लिए आप हमें कमेंट करके बताएं हम उस त्रुटि को अवश्य सॉल्व करेंगे इसी तरह की जानकारी के लिए आवश्य करें 

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