आज मैं इस पोस्ट में आपको बताऊंगा कि शेयर मार्केट क्या होता है, शेयर मार्केट का पूरा गणित इस टॉपिक में बेसिक से जानकारी दूंगा जिससे आपको शेयर मार्केट का पूरा जानकारी मिल जाएगा आशा है कि आप इस पोस्ट को जरूर से जरूर पढ़ेंगे शेयर मार्केट एक ऐसा बाजार होता है जहां आप किसी भी कंपनी से उसके शेयर  को खरीद सकते हैं शेयर खरीदने का मतलब यह होता है कि आप उस कंपनी में जितने प्रतिशत तक आप शेयर खरीदते हैं उतने परसेंट आप उस कंपनी के मालिक बन जाते हैंदि वह कंपनी आने वाले समय में प्रॉफिट में रहती है,

 तो आपको भी प्रॉफिट होता है यदि वह कंपनी घाटे में चली जाती है तो इसका मतलब है कि आपको भी नुकसान हुआ इसलिए किसी भी कंपनी के हिस्सेदारी बन्ना बड़ा ही समझदारी का काम होता है आप को सरल भाषा में शेयर मार्केट के बारे में बताता हूं आसान शब्दों में यह कर सकते हैं कि आप बड़े-बड़े कंपनी का हिसा बन सकते है के पास जितना पैसा है,

 उसका इस्तेमाल उन कंपनियों के मालिक बनने में कर सकती है यानी कि आप इस बाजार में जाकर किसी भी कंपनी के हिस्सेदारी में भाग ले सकते हैं बशर्ते आपको कंपनी के टर्म एंड कंडीशन के अनुसार है उतना पैसा पे करना पड़ता है और इसके बाद कंपनी को प्रॉफिट लॉस होता है उसी प्रकार आपको भी प्रॉफिट लॉस होता है।  

शेयर मार्केट ऐसा बाजार है जिसमें आप बड़ी ही आसानी से करोड़ों रुपया कमा सकते हैं वहीं दूसरी तरफ आप बड़े आसानी से करोड़ों रुपया गमा भी सकते हैं, इस बाजार में जब भी कोई पैसा लगाता है तो उस पर पूरी तरह ध्यान रहता है कि हमें अधिक से अधिक प्रॉफिट हो। पैसे कमाने का और गमाने का यह बहुत ही सरल साधन है । ,

बहुत से लोग इसमें पैसे कमाते भी हैं और हानी भी सहना पड़ता  है । यह बाजार पैसे कमाने का सरल साधन है वैसे तो दुनिया में पैसे कमाने का तरीका अनेक है जिसमें लोग कई तरह से पैसे कमाते हैं लेकिन कुछ लोगों को जीवन में रिक्स लेना बहुत अच्छा लगता है इसलिए वह शेयर मार्केट की ओर अग्रसर होता है।

शेयर मार्केट क्या है । what is share market in hindi 

शेयर मार्केट क्या है ।

शेयर मार्केट क्या है इसके बारे में आसान भाषा में समझते हैं कि आखिरकार लोग इस पर ज्यादा फोकस क्यों करते हैं। शेयर मार्केट एक ऐसा मार्केट है जहां बहुत सारे कंपनी अपने शेयर को खरीदने और बेचने का काम करती है, बड़े-बड़े कंपनी का शेयर इन्हीं मार्केट के द्वारा आप खरीद सकते हैं और उनमें हिस्सेदारी बन सकते हैं एक उदाहरण से समझते हैं मान लीजिए आप किसी कंपनी के 60% शेयर को खरीद लिया है इसका मतलब यह है कि आप उस कंपनी के 60% के मालिक हो गए हैं या यह कहिए की आप 60% उस कंपनी के हिस्सेदारी हो गए हैं जब उस कंपनी में आने वाले समय में प्रॉफिट होगा,

 तो आपको अपने शेयर के हिसाब से आपको भी प्रॉफिट होगा और यदि उस कंपनी को हानि होती है तो आपको भी उस कंपनी में हानि होगी । इसलिए कहा जाता है कि आप जब भी कोई कंपनी में शेयर को खरीदें तो उसके बारे में पूरी जानकारी रखें ताकि आपको हानी का सामना करना ना पड़ जाए,

 शेयर मार्केट में कंपनी के शेयर मैं गिरावट और विरदी होते रहता है कभी आपका कंपनी के शेयर का दाम काफी ऊंचा हो जाएगा तो कभी नीचे चला जाएगा इसलिए कहा जाता है कि शेयर मार्केट से पैसे कमाना बहुत आसान होता है साथ ही पैसे गमाना भी आसान होता है ।

शेयर मार्केट का शेयर घटता और बढ़ता कब है । 

शेयर मार्केट का शेयर घटने और बढ़ने का मुख्य कारण डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करता है । यदि किसी कंपनी का प्रोडक्ट के डिमांड बढ़ता है तो उसका कीमत भी बढ़ता है और यदि किसी कंपनी का प्रोडक्ट के सप्लाई बढ़ जाता है तो  इसकी प्राइस यानी कीमत घटती है, जब कोई कंपनी बहुत अच्छा परफॉर्मेंस कर रहा होता है ,

तो उसके शेर का डिमांड बहुत अधिक बढ़ जाता है लोग कम कीमत में खरीदने के लिए तैयार हो जाते हैं फिर उसे अधिक कीमत में बेच देते हैं लेकिन वही जब किसी कंपनी का परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहता है तो उसका शेयर मार्केट यानी स्टॉक प्राइस काफी घट जाता है जिसमें शेयर होल्डर को अपने शेयर बेचने पढ़ते हैं वह भी सही से नहीं भेज पाता है जिससे उस कंपनी को घाटा हो जाता है।

किस कम्पनी के  शेयर को खरीदना चाहिए।

आप जिस भी कंपनी में पैसा इन्वेस्ट करना चाहते हैं उस कंपनी में इन्वेस्ट कर सकते हैं लेकिन ध्यान रहे की आपको उस कंपनी के प्रोडक्ट के बारे में अच्छे से पूरी तरह जानकारी उपलब्ध हो आप उस कंपनी के प्रोडक्ट को इस्तेमाल करते हो तो आपको पता ही होगा कि कौन सा कंपनी कितना बेहतर है जिस भी कंपनी में आप भी रेस्ट कर रहे हैं ,

उसके डिटेल्स को अच्छी तरह पूरी जानकारी प्राप्त करें किसी के बहकावे में आकर शेयर को खरीदने या बेचने का काम नहीं करें इससे आपको काफी नुकसान हो सकता है इसलिए ध्यान रहे कि जिस भी कंपनी में आप पैसा इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो उस कंपनी के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। 

Share market में किस तरह इन्वेस्टमेंट करें।

शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए सबसे पहले आपको इसकी जानकारी ले लेनी चाहिए किस कंपनी में आप इन्वेस्ट करना चाहते हैं उस कंपनी के बारे में पूरी तरह जानकारी प्राप्त कर लें तथा आप अपने शेयर को  एक ही कंपनी में कभी ना खरीदें इसके लिए आपको अलग-अलग कंपनी के अलग-अलग शेयर को खरीदा है ,

जिसमें  आपको रिक्स बहुत कम देखने को मिलता है । अपने कैटेगरी में अलग-अलग कंपनी के शेयर को अलग अलग रखा है जिसमें आपको रिक्स डायवर्सिटी होने का खतरा कम रहता है।  इसमें आप थोड़ा-थोड़ा करके इन्वेस्ट कर सकते हैं जिससे आपको कोई फर्क नहीं पड़ेगा आप धीरे-धीरे करके इन्वेस्ट करते जाइए और प्रॉफिट कमाते जाइए इससे आपके आर्थिक जीवन पर असर नहीं पड़ेगा यदि आपका आर्थिक स्थिति सही नहीं है,

 तो आप बिल्कुल भी शेयर मार्केट में इन्वेस्ट नहीं करें या फिर आप थोड़े-थोड़े करके इन्वेस्ट कर सकते हैं अगर आप एक साथ सभी पैसे को इन्वेस्ट कर देंगे हो सकता है कि आपका कंपनी loss में चला जाए और आपके आर्थिक स्थिति पर बुरी आत्मा का साया नजर आने लगे , 

Share market में पैसे कैसे लगावे ।

शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए आपको डिमैट अकाउंट खुलवाना होता है इस अकाउंट के द्वारा ही आप अपने शेयर को खरीद या बेच सकते हैं इस अकाउंट को ओपन करने के लिए बैंक में आपको आवेदन देना होता है या फिर आप घर बैठे ऑनलाइन तरीके से यह अकाउंट ओपन कर  सकते हैं। डिमैट अकाउंट ओपन करने का एक और तरीका ब्रोकर के द्वारा आप अपना डिमैट अकाउंट ओपन करवा सकते हैं,

 ब्रोकर के द्वारा डिमैट अकाउंट ओपन करने पर बहुत आसानी और लाभ भी होता है क्योंकि आपको ब्रोकर कई तरह के आईडिया भी प्रदान करते हैं साथ ही साथ वह बहुत सारे कंपनी को सजेस्ट भी करते हैं की इस कंपनी में इन्वेस्ट कीजिए इस कंपनी का शेयर बहुत अच्छा चल रहा है इसके बाद आपको इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण टिप्स भी बताते हैं।

Demat account आपके सेविंग अकाउंट से जुड़ा रहता है जब भी आप किसी कंपनी के शेयर को खरीदते हैं तो सबसे पहले डिमैट अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करना होगा उसके बाद ही किसी कंपनी के शेयर को आप खरीद सकते हैं वहीं दूसरी तरफ अगर आपके कंपनी को प्रॉफिट होता है तो उसका पैसा भी डिमैट अकाउंट में ही ट्रांसफर होता है इसके बाद डिमैट अकाउंट से सेविंग अकाउंट नहीं ट्रांसफर किया जाता है जिसके लिए कुछ टैक्स भरने की भी जरूरत होती है।

शेयर मार्केट में गिरावट  गिरावट या डाउन क्यों  होता है।

शेयर बाजार में गिरावट एक गंभीर समस्या है इसमें तेजी से गिरावट एक बीतीय आपातकाल होता है  अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाता है शेयर बाज़ार वैश्विक अर्थव्यवस्था और वित्तीय बाजारों के खराब प्रदर्शन में गिरावट के कारण शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिलता है या अन्य सामाजिक और आर्थिक कारण भी हो सकता है वैसे तो बहुत से कारण है शेयर बाजार के डाउन होने का इसमें कुछ मुख्य कारण इस प्रकार है।

जैसे ब्याज दरों में बदलाव वित्तीय और राजनीतिक झटके आर्थिक नीति में बदलाव नोटबदी मुद्रास्फीति अपसिस्फित अर्थबायबस्था में भारी गिरावट, भारतीय मूल्यों का बदलना , आपूर्ति और मांग में परिवर्तन वैश्विक बाजार में परिवर्तन वैश्विक अर्थव्यवस्था में परिवर्तन एवं अंतर्राष्ट्रीय घटनाएं शामिल है इन सभी प्रमुख कारण है जिससे शेयर बाजार डाउन होने का ज्यादा प्रभाव पड़ता है

शेयर बाजार कैसे काम करता है । 

शेयर बाजार में निवेशक शेयर और बितीय संसाधनों को खरीद या बेच सकते हैं। किसी कंपनी  अपनी पूंजी को या वित्तीय संसाधनों को बढ़ाना चाहता है तो वह कंपनी शेयर बाजार में अपने कंपनी को बेचने के लिए अपने शेयरों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध करता है, जिससे कोई भी व्यक्ति इस कंपनी के शेर को खरीद और भेज सकता है,

 यह न केवल  पोर्टफोलियो में विविधता लाने बल्कि अपने कंपनी में पैसे को बढ़ाने के लिए भी जोड़ सकता है , लेकिन शेयर बाजार में जो भी निवेशक शेयर खरीद या बेच सकता है उसके लिए उसे जोखिम कि एक निश्चित डिग्री दिया जाता है। इसी प्रकार शेयर बाजार का कार्य चलता रहता है।

भारत में सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार दुर्घटना कब हुआ था।

1992 मैं भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट आई थी यह गिरावट हर्षद मेहता के घोटाले के कारण शेयर बाजार में देखने को मिला था जिसमें इन्होंने बहुत सारे शेयरों को   हेर फेर   किया था।वर्ष 2004 में भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखा गया था यह कारण विदेशी से जुड़ा हुआ था।

2007 में भारतीय शेरों बाजार में एक बार फिर गिरावट देखने को मिला था 2007 में शुरू होने वाले प्रारंभिक मंदि 2009 तक जारी रही। फिर 2008 में ऐसी ही गिरावट देखने को मिला था 2015 में भी शेयर बाजार में गिरावट आई थी जिसमें भारत मैं नोटबंदी का मामला सामने आया था नोट बंदी के कारण भारत के शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को आई थी तथा भारत के अर्थव्यवस्था पर भी काफी गहरा प्रभाव पड़ा था। 

भारत में कितने शेयर बाजार हैं । 

भारत के  प्रमुख शेयर बाजार इस प्रकार है।

राष्ट्रीय शेयर बाजार national stock exchange 

राष्ट्रीय शेयर बाजार का आविष्कार 1991 में फेरवानी समिति के अध्यक्षता में की गई थी। यह मुंबई मे है।

Bombay stock exchange 

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज दुनिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज में से एक है इसका स्थापना 1875 में मुंबई में किया गया था साल 2002 में इसका नाम बदलकर मुंबई स्टॉक एक्सचेंज कर दिया गया है एक रिपोर्ट के अनुसार इसमें 48 वर्ष से अधिक कंपनियां लिस्टेड है।

ओवर दे काउंटर एक्सचेंज ऑफ इंडिया  

का स्थापना ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए किया गया था यह वर्ष 1992 में स्थापित किया गया था भारत में या पहली बार कंप्यूटराइज एक्सचेंज के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग की शुरुआत हुई थी।

कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज Ltd 

इसका  मुख्यालय पश्चिम बंगाल कोलकाता में है। 

मगध स्टॉक एक्सचेंज 

Magadh stock exchange मुख्यालय पटना में है। 

metropolitan stock exchange 

इसका मुख्यालय मुंबई में है ।

NSE IFSC Ltd मुंबई 

यह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सहायक स्टॉक एक्सचेंज है।

शेयर मार्केट का एप्स कौन कौन सा है।

1 Moneycontrol apps 

2 Economics Times apps 

3 CNBC apps 

4 Investing.com apps 

5 IIFL Markets apps 

6 NDTV Profit apps 

7 Stoke Edge apps 

8 ET market apps 

9 BSE india apps 

10 Stoke Market live apps 

शेयर मार्किट मे शेयर कितने प्रकार के होते है।

शेयर मार्किट मे शेयर्स  कई प्रकार के होते है ,  जिसमे आपको ज्यादा जानकारी है उस शेयर को आप खरीद सकते है और उसका उपयोग कर सकते है , इसकी जानकारी लेने के लिए आपको बेसिक से जानकारी होना बहुत अबासयक  है /

  • कॉमन शेयर : -कॉमन शेयर को कोई भी खरीद सकते है , इन्हें खरीदने के लिए कुछ खास पैसे की जरुरत नहीं पढ़ती है ये कम से कम और अधिक से अधिक पैसे से भी ख़रीदा जा सकता है , इस शेयर को जब चाहे तब बेच सकते है  इस प्रकार के शेयर मे आपको किसी तरह का कोई पाबन्दी नहीं होता है इसे आप जब चाहे बेच सकते है और खरीद सकते है ।
  • BOUNS शेयर: - इस प्रकार के शेयर मे जब भी कोई कंपनी को लाभ होता है तो वे कंपनी आपको paise के बदले कुछ शेयर देते  है इसे  ही बोनस शेयर्स कहते है , इस प्रकार के शेयर मे कंपनी अपने पार्टनर को paise तो देती ही है और बोनस के तौर पर कुछ शेयर भी प्रदान करती है /

  • प्रेफेर्रेड शेयर  :-  जब कंपनी  को  खास paise की जरुरत पढ़ती है तो शेयर कंपनी किसी खास व्यक्ति को ही बेचता है जिससे वे फिर से वापस ले सके , यदि वह व्यक्ति इसे लेने से इनकार करता है तो कंपनी किसी को बेच कर paise इक्कठा करता है इस प्रकार के शेयर को preferd शेयर कहते है ।

स्टॉक मार्किट मे ट्रेडिंग क्या होता है और कितने प्रकार के होते है ?

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग का मतलब व्यवहार से होता है इसका सीधा अर्थ ट्रेडिंग करना यानी कि व्यापार करना होता है, व्यापार में आप जब भी कोई प्रोडक्ट खरीदते हैं और इसे महीना भर रखकर प्राइस बढ़ने का इंतजार करते हैं जैसे ही इसका प्राइस बढ़ता है आप इसे बेच देते हैं उसी प्रकार स्टॉक मार्केट में भी होता है आप शेयर को खरीद कर सेव कर सकते हैं और जब आपको प्रॉफिट सही लगे तो आप इसे भेज सकते हैं इसे ही ट्रेडिंग करना कहा जाता है। 
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग तीन प्रकार के होते हैं, ज्यादातर निवेशक इन्हीं तीन तरह के ट्रेडिंग का इस्तेमाल करता है यू माने तो ट्रेडिंग बहुत प्रकार का होता है लेकिन आजकल इन्हीं तीनों का प्रयोग ज्यादा किया जाता है।

INTER - DAY ट्रेडिंग :-  

स्टॉक मार्केट में इस प्रकार के ट्रेडिंग को निवेशक एक ही दिन में खरीद कर उसे एक ही दिन में बेचना पड़ता है इसे रखने के लिए आपके पास पर्याप्त समय नहीं होता है इस प्रकार के ट्रेडिंग को इंटर डे ट्रेडिंग कहा जाता है।

Scalper trading :-

शेयर मार्केट में स्केल पर ट्रेडिंग का बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इसमें लाभ बहुत ज्यादा मिलता है इस प्रकार के ट्रेडिंग को 5 से 10 मिनट के अंदर खरीद कर बेचना पड़ता है इस प्रकार के ट्रेडिंग में पैसे डूबने की संभावना बहुत अधिक रहता है क्योंकि इसमें ट्रेडर्स का रकम बहुत अधिक होता है इसमें आप बहुत ज्यादा पैसा इन्वेस्ट करके ही इस प्रकार के ट्रेडिंग को खरीद सकते हैं

Swing trading :-

शेयर मार्केट के स्विमिंग ट्रेडिंग का इस्तेमाल बहुत आगे किया जाता है क्योंकि इस प्रकार के ट्रेडिंग को कम दाम में खरीद कर आप इसे हफ्ते या महीने भर प्रॉफिट होने का इंतजार कर सकते हैं और जब आपको सही प्रॉफिट मिले तो आप इसमें इन्वेस्ट कर सकते हैं और इस प्रकार के ट्रेडिंग को बेच सकते हैं या ट्रेडिंग खरीद कर आराम से बेचने वाला ट्रेडर्स है।  

शेयर मार्किट मे निफ्टी  क्या है ?

NIFTY  NSE  का सूचकांक है National stock exchange registered company 50 या 60 कंपनी है जब अच्छा प्रदर्शन करती है उनके प्रोडक्ट को बहुत अधिक लोग खरीदते हैं या यूं कहें तो इनके प्रोडक्ट अच्छी होती है तो निफ्टी अपने आप बढ़ने लग जाता है और जब यह कंपनियों खराब प्रदर्शन करती है तो n.s.e. में सूचीबद्ध कंपनी खराब प्रदर्शन करने लगती है इसी को हम लोग निफ्टी कहते हैं।

और आपने न्यूज़ मे अक्सर देखा होगा की निफ्टी बढ़ घट जाता है इसका मतलब यह है की NSE की टॉप 50 कंपनी मार्केट के आधार पर किया जाता है , निफ्टी बढ़ने का का मतलब होता है की इन कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया है और घटने का मतलब होता है ख़राब प्रदर्शन किया है ।

शेयर मार्किट मे SENSEX क्या है ?

सेंसेक्स बढ़ने का मतलब यह है कि मुंबई स्टॉक एक्सचेंज मैं सूचीबद्ध कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया है और इसके घटने का मतलब यह है कि मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में टॉप 50 रजिस्टर्ड कंपनी ने खराब प्रदर्शन किया है इसीलिए सेंसेक्स घटता है तो कभी बढ़ता है जिस प्रकार यह कंपनियां प्रदर्शन करता है उस प्रकार सेंसेक्स घटता और बढ़ता है। 

सेंसेक्स मुंबई स्टॉक एक्सचेंज BSE का सूचकांक है प्रकार निफ्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक है उसी प्रकार सेंसेक्स मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक है इसमें रजिस्टर्ड कंपनियों के प्रदर्शन को सेंसेक्स कहा जाता है उसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर्ड कंपनियां के प्रदर्शन को Nifty कहा जाता है ।

क्या शेयर मार्किट मे इन्वेस्ट करना चाहिए ?

शेयर मार्केट में इन्वेस्ट बिल्कुल करना चाहिए यदि आपको इसके बारे में नॉलेज है तो इन्वेस्ट कर सकते हैं या फिर आपने शेयर मार्केटिंग का कोर्स किया है या आपके पास किसी तरह का अनुभव है तो आप शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कर सकते हैं अगर आपके पास कोई अनुभव नहीं है,

और आप दूसरे के भरोसे इन्वेस्ट कर रहे हैं तो ऐसा बिल्कुल मत कीजिए आपको लॉस हो सकता है, इससे पैसे कमाने का आसान तरीका और कोई नहीं है इसमें आप थोड़ा सा दिमाग लगाइए थोड़ी बहुत जानकारी इधर उधर से इकट्ठा कीजिए या फिर आप शेयर मार्केटिंग का बुक भी पढ़ सकते हैं ,

जब आपको लगे कि आपके पास इसके बारे में थोड़ा सा अनुभव प्राप्त हो चुका है तो आप इसमें बेशक इन्वेस्ट कीजिए और आपको लाभ अवश्य मिलेगा यदि आप रिसर्च किए बिना इन्वेस्ट करते हैं तो उसका जिम्मेदार आप स्वयं होंगे इसलिए किसी के बहकावे में आकर यह कदम मत उठाइए।

निष्कर्ष

हमें उम्मीद है कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी शेयर मार्केट क्या होता है इसे कैसे समझाएं इसके बारे में आपको बेसिक से जानकारी मिल गई होगी अगर आपके मन में अब भी कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट करके पूछ सकते हैं मैं आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट शेयर मार्केटिंग क्या है काफी पसंद आया होगा यह आर्टिकल अपने दोस्तों को भी शेयर करें और उन्हें भी इस जानकारी को प्राप्त करने का सौभाग्य दे , इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। 

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